कुछ लेखक माइथोलॉजिजक पा्ቔों को नया रूप दे र े ैपरं( ुइनकी संख्या बहु( कम ै। व ी दूसरी
(रफ ्ቤवसाहियक साहि त्य ैजो लिसफ मनोरंजन को उ्ቌेश्य बना कर (ीसरी हिवचारLारा पर कलम चला र ा ै। इन
सब
से अल
ग दूसरी हिवचारLार ाप
र लिलख
ने वाल ोक ीसंख्या अनापेቌኌb
( रू
प
से बहु
( अमिL
क ै।
व(मान में दूसरी हिवचारLारा पर ी मुख्य रूप स ेकाम ो(ा टिदखाई दे(ा ै। लगभग र महि ला लेखक
इसी हिवचारLारा का ्ቚहि(हिनमिLत्व कर(ी टिदखाई दे र ी ै। इस नई लेखिखकाओं की पीढ़ी न ेमहि ला स+लि8करण का
अथ ी बना टिदया ैकी पुरुष को भला बुरा क ा जाए उस ेनीचा टिदखाया जाए और महि ला प्ቔ की काल्पहिनक
महि मामंदन हिकय ाजा
ए । इ
स साहि त्
य
के दोन ोपा
्ቔ समा
ज क ाहि स्स ान ीं ै।
जब मैं सबसे पुराना साहि त्य के हिवषय म ेंसोच(ा हू ं(ब मेरा मቜኌस्(ष्क रामायण पर रुक जा(ा ै।
रामायण एक माइथोलॉजिजकल साहि त्य ैजिजसम ेपb और हिवपb (ो ैपरं( ुहिवलेन का अभाव सा टिदखाई दे(ा ै
(Lाኌमंक दृहिgकोण से ्ቚेरिर( ्ቤलि8 स म( न ीं ो सकेंगे) । यटिद रामायण में हिकसी खलनायक की (ला+ की जाए (ो
भी अमिLक से अमिLक ककायेयी या मंथरा (क ी सीमिम( र ना पड़(ा ैपरं( ुउनका वणन भी कुछ इस (रीके स े ै
की उन् ेंभी खलनायक मानना उमिच
( ्ቚ(ी
( न ीं ो(ा
। दूसरा म ाका
्ቤ म ाभा
र(
में खलनाय
क रामायण की अपेbा
अमिLक मुख
र ैपरं( ुहिफ
र भ ीम ाभा
र( क ोलगभ
ग रामाय
ण जैस ी्ቦेण ी
में रख ाजा सक( ा ै।
इसके अहि(रिर8 अन्य बहु( सारी साहि ቓኌत्यक रचनाए ँमौजूद ैजिजनके मूल म ेंखलनायक अवश्य ैपरं(ु
ज ां (क महि ला खलनायक की बा( आ(ी ै(ो महि ल ाखलनायक को भी एक (री
के
से जኌस् फा
ई कर
(े हु
ए वቓኌणं(
टिदखाई दे( े ै। अमिLकां+ साहि त्य म ेंखलनायक ैअपनी पूरी bम(ा के साथ परं( ुखलनाहियका को एक (रीके से
खलनाहियका के रूप में टिदखान ेस ेपर ेज टिदखाई दे(ा ै। बቇኌल्क अमिLकां+ साहि त्य महि ला पा्ቔों को देवी स्वरूपा
टिदखाने का ्ቚयास कर( ा ै
। और य साहि त्
य मुख्
य रू
प
से पुरु
ष साहि त्यकार ों्ቛार ारमिच
( ै
। अग
र इ
स ए
क पंलि
8 में
क ना ो (ो म ैंकुछ इस (र
से कहूंगा की पुरुष साहि त्यकार ों
ने महि ल ापा्ቔ ोंक ो मे+ ादेव ी
के रू
प
में महि मामंमि्ቑ(
करने का ्ቚयास हिकया । और यटिद क ीं खलनाहियका के रूप म ेंपे+ हिकया भी (ो मयादा का उल्लंघन टिदखाई देना
लगभग असंभव ी ै।
बदल(े व8 के साथ ाला( भी बदल( ेर ेपरं( ुसाहि त्य क ापुरान ास्वरूप कम स ेकम महि ल ापा्ቔ ोंके
मसले में न ीं बदला। +र( चं्ቖ के कई उपन्यास देख ेजा सक
(े ैजिजन
में महि ला
एं अप
ने अल
ग अल
ग आया
म के साथ
मौज
ूद ैपरं( ुक ींप
र भ ीमहि ला प
्ቔ क ोऐस ान ींटिदखाय ागय ाजिजस
से क ीउ
न पा्ቔ ों
के ्ቚहि
( दुभावन ापैद ा ो।
Continue...