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Men's HUB – 028, 1st Apr 2023

गुलाबएक म्ቑर मिमस््቏ी

आजा

द परिरंदा

क ानी सत्य घ ना पर आLारिर( ैएव ंमेरे

सामने घटि ( हुई घ नाओं अथवा हिव्ቫसनीय सू्ቔों से मिमली

जानकारी पर आLारिर( ै| कल्पना का इस्(ेमाल लिसफ

उ(ना ी ैजिज(न ाक ान ीक ीहिनरं(र( ाक ोबना

ये रख

ने के

लिलए आवश्यक ै

1. गुलाब

2. हिववाद

3. भू(

गुलाब

घर के बा र एक छो े स ेबगीच ेकी देखभाल एक माली के वाल े ै। उस खूबसूर( बगीच ेम ेंमेरा

योगदान सुब +ाम व ांब

ैठ क

र चाय नाश्( ा(

क सीमिम

( र ा

। व ींबगी

चे

के पा

स ीचा

र गम

ले र

खे हु

ए ैइ

न गमलों

की देखभाल पूरी (र स ेमेरी जिजम्मेदारी ै। ालांहिक गमलों की बहु( देखभाल और समय भी टिदया परं( ुहिकसी

कारणव+ चार ोंगम

ले कुछ हिव+ेष ्ቚगहि

( न ींक

र पा

। हिनरा

+ ोक

र देखभा

ल करन ा ीछो

ड़ टिदय ा।

कई टिदनों बाद देखा (ो सभी गमलों म ें(ुलसी का सा्቞ाज्य था । एक और ्ቚयास की इच्छा जाग गयी ।

बार बार ्ቚयास करना ार न ींमानना +ाय

द य ी मानवी

य गुण ै

। इ

स बा

र गुला

के पौ

Lे लगा

ए ग

। ए

क बा

र हिफर

पूरी मे न( के बाद गुलाब ने अपनी खूबसूर(ी चारो (रफ हिबखेर दी । परं( ुअमिLक टिदन न ीं चल सका और अं( में

पौLे ऐसे टिदखन ेलगे जैसे कोई मरिरयल कु्ቈा न ान ेके बाद टिदख(ा ै। दूसरी असफल(ा न ेमुझ ेगमलों के ्ቚहि(

उदासी

न कर टिदय ा। बगी

चे क ाआन

ंद

र रो

ज ल

ेने

के बावज

ूद गम

ले ए

क को

ने

में लिसम क

र र ग

ए ।

कई सप्(ा बाद नज़र कोने की (रफ चलो गयी । (ीन म ेंस ेएक पौLा एक बार हिफर स े्ቚयास कर(ा

टिदखाई टिदया । ाला( कुछ हिव+ेष अच्छी (ो न ीं थी परं( ु्ቚयास स्वाग( योग्य (ो थ े ी लिल ाज़ा मैंन ेएक बार हिफर

गमलों में पानी ्ቑाल

ने औ

र कु

छ समय दे

ने का हिन्ቐ

य हिकय ा।

आज जब गमले की (रफ देखा (ो सामन ेव ी गुलाब का पौLा खिखल ेहुए 4 फूलों के साथ मुस्कुरा(ा

म सूस ो र ा ै। ालांहिक गुलाब अपन े्ቚाकृहि(क साइज स ेकाफी छो ा ैऔर खु+

बू भी न ीं ैपरं

(ु बा

र बा

र की

असफल(ा के बाद चार छो े गुलाब के फूल ालिसल कर पाना अपन ेआप म ेंखु+ी भरा हिवचार लगा

। +ायद इसीलिलए