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Men's HUB – 028, 1st Apr 2023

ब न का परिरवार सबसे अमीर था । जिजस व8 अमिLकां

+ लो

ग साइहिक

ल की या्ቔ ाकर

(े

थे य ाबहु

( हु

आ ( ोस्कू

र या

मो रसाइहिकल

ले लिल

ए उस जमाने

में मौस ाके पास जी

प हुआ कर( ीथ ी।

गुलाब का जीवन स्(र और मौसा का जीवन स्(र क ी भी एक समान न ीं था । सोचन ेस ेसमझ आ

सक(ा था हिक आखिखर क्यों मौसा मौसी ने अपने लेवल से हिनचल ेलेवल के गुलाब और उसके परिरवा

र स ेसंबं

L जोड़ े।

परं

(ु उस वक़्( न ा( ोइ(न ासोच

ने क ीbम( ाथ ीऔ

र +ाय

द जरूर

( भ ीन ीं।

आज इ(ने वष गुजर जान ेके प्ቐा( य अ सास लि+्ቌ( स ेम सूस ो(ा ैहिक +ादी की जब बा( ो

और लड़के और लड़की का परिरवार ैलिसय( के हि साब स ेएक समान न ीं ो (ो जांच पड़(ाल बहु( बारीकी स ेकी

जानी चाहि

ए अन्यथा जीवन भर पछ(ा

ने

के अलावा कुछ हिकय ाजान ा+ाय

द संभ

व न ीं ो।

गुलाब अपने (ीन भाइयों और हिप(ा के साथ एक वक+ॉप पर काम कर(ा था । उसका परिरवार संयु8

परिरवार क ा जा सक(ा था । परिरवार म ें(ीन भाई और उनकी पቓኌत्नयों के अलावा मा ँबाप थ े। ब न ोंक ी+ाद ीप ले

ी ोचुक ीथ ी

। जीवन यापन

के लिल

ए वक+ॉ

प क ाका

म थ ा

। इस

के अलाव ाबहु

( थोड़ ीस ीज़मी

न भ ीथ ी

। जमी

न पर

चारों भाई मिमल कर खे(ी कर लिलया कर( ेऔर खान ेयोग्य अनाज और सब्जी वगैर उगा लिलया कर( े। गांव म ेंबना

हु

आ ए

क मका

न भी था ज ांपूर ापरिरवा

र र ( ाथ ा

। +ाय

द प+ुपाल

न भ ीकर

(े ोपरं

(ु म

ुझे जानकार ीन ीं ै।

जैसे जैसे मेरा रिर ायरमें नज़दीक आ र ा ै, अरे भाई उ्቞ के हि साब स ेन ीं इच्छा के हि साब स े(ो मैं

्ቚयासर( हू ँएक ऐसा मकान बनाने के लिल

ए जिजस

मे र

ने के अलावा कुछ सब्जी, गाय, आटिद का इं(ज़ाम भी हिकया जा

सके । ( ो

मैं +ाय

द य ूंकहूंगा हि

क गुला

ब कु

छ वैसी ीज़िज़ंदग ीज ीर ाथ ा

जो

में आ

ज जीन ाचा ( ा

हूँ ।

गुलाब की +ादी अच्छी (र स ेहिनब गयी और सभी मे मान अपन ेअपन ेघरों को चल ेगए । म ैंभी

अपने घर पर आ गया । उसके बाद मेरा उस ब न स ेसंपक लगभग खत्म सा ी ोगया और गुला

से मुलाका

( भी

न ीं हुई । बस कभी कभार घर पर मम्मी ्ቑै्ቑी के बीच ोन ेवाली बा(ची( स ेकुछ ल्का फुल्का मालूम हुआ भी (ो

ैंने ध्यान न ीं टिदय ा।

गुलाब की +ादी को (करीबन 18 वष गुजर गए और आज जब गुलाब के बारे में प(ा करन ेका ्ቚयास

हिकया (ो प(ा चला हिक उसकी मृत्य ु ाल म ें ी हुई ै। म ैंय (ो न ीं क सक( ाहि

क गुला

ब क ीमृत्य ुस ेमुझ ेआघा(

लग ापरं( ुगुला

ब की मृत्यु की क ान ीसुनक

र म

न ख्ሾ ाअवश्

य ी ोगय ा।

्ቅम+ः