Men's HUB – 028, 1st Apr 2023
युग ोंपुरानी लि+काय(
आजा
द परिरंदा
बहु( पुरानी बा( ै, अब (ो य भी याद न ीं
की हिक(नी सदी गुजर गई । याद करना चाहूं (ब भी याद न ीं
आ(ा । बस इ(ना याद आ(ा ैकी एक लि+काय( ैजो की
जानी थी, परं
(ु की न ीग
ई
। क्य ाअब लि+काय
( क
र द ीजानी
चाहि
ए ? +ाय
द स ीव
8
आ गय ा ोय ा+ाय
द न ाआय ा ो।
जिज(नी म त्वपूण लि+काय( ै उसस े अमिLक
म त्वपूण य ैकी आखिखर इ(नी पुरानी लि+काय( की क्यों
न ींगई ?
( ोसा
ब मामला कुछ ्ቤस्(( ाका र ा ै।
ज ां (क मुझे याद आ(ा ैबहु( बहु( प ले
एक बार इरादा हिकया था परं( ुहिफर याद आया की अभी (ो
गुफाओं में र र े ैकुछ अच्छी ्ቤवस्था ोनी चाहि ए ज ां
सुरቌኌb
( (रीके
से र ा
जा स
के इस
के लिल
ए पुरुषा
थ क ीजरूर(
थी लिल ाजा लि+काय( जैसी गैर वरीय(ा ्ቚाप्( चीज को उस
व
8 भुल ा।
बदल(े व8 ने गुफाओं से हिनकाल कर छो ी छो ी झोंपमिड़यों और छो े छो े समाज (क पहुंचा टिदया
लेहिक
न अभी भी सुरbा और छो ीछो ीजरूर( ोंक ीवरीय( ा
के कार
ण ए
क बा
र हिफ
र लि+काय
( क ो ा
ल टिदय ागय ा।
कच्चे पक्के मकान बने, खे(ी +ुरू हुई (ब रोजमाय की जरूर(ों पूरी ोन ेलगी और सुरbा भी कुछ द
(क सुहिनቌኌ्ቐ( हुई । परं( ुअभी भी बहु( काम हिकया जाना बाकी था , अभी भी बड़े ख(र ेमुं बाए सामन ेखड़े थे ।
नजदीकी समुदाय के साथ ोन ेवाली छु पु लड़ाईय ांऔर बढ़( ीजरूर
(ें साम
ने खड़ ीथ ी
। औ
र पुरुषा
थ अपन ासीना
(ाने (ैयार था जवाब देने के लिलए । ऐसा न ीं ैकी अब लि+काय( की ी न ीं जा सक(ी थी, अब थोड़ा व8 था
लेहिकन सोचा की अभी सफर बाकी ै, लि+काय( का क्या ैफुरस( म ेंकरूंगा । प ल ेनजदीकी समुदाय स ेझगड़े
खत्म हिक
ए जाए ं।
कुछ प्यार से और कुछ +लि8
से नजदीकी समुदाय को मिमलाक
र छो े सुरቌኌb( राज्
य क ाहिनमा
ण क
र लिलए
(ब लगा की अब सब (रफ स ेहिनቐኌ्ቐं((ा ै(ो अब लि+काय( कर देनी चाहि ए । लेहिकन अब नजदीकी छो ा राज्य
समस्या खड़ी कर र ा था और जरूर
( म सूस हुई की एक ब
ड़े राज्य
के गठन हिकय ाजा
ए ब
स इसीलिल
ए ए
क बा
र हिफर
च
ुप लगा गया ।